चौतारा (नेपाल )---श्री कृष्ण रत्न गंगा उच्च माध्यमिक
विद्यालय में नैतिक शिक्षा का महत्व विषय पर प्रोग्राम
आयोजक–स्थानीय
ब्रह्माकुमारी सेवाकेंद्र चौतारा (नेपाल )
मुख्य वक्ता ---ब्रह्माकुमार
भगवान् भाई माउंट आबू
विषय-- नैतिक शिक्षा का महत्व
सह प्रिंसिपल ---हरी गोपाल
श्रेष्ठ
शिक्षक ---रेशम बहादुर खत्री
बी के आशा बहन प्रभारी चौतारा (नेपाल )
बी के हर्ष भाई , बी के नीलम , बी के
रामकृष्ण भी उपस्थित थे
कार्यक्रम के अंत में राजयोग का
अभ्यास कराया गया
माउन्ट
आबू से
पधारे हुए
बी के
भगवान भाई
ने कहा
की सुखी
जीवन के
लिए भौतिक
शिक्षा के
साथ नैतिक
शिक्षा भी
जरूरी है।
भौतिक शिक्षा
से हम
रोजगार प्राप्त
कर सकते
हैं, लेकिन परिवार, समाज, कार्यस्थल
में परेशानी
या चुनौती
का मुकाबला
नहीं कर
सकते।उन्होंने कहा
की नैतिक
मूल्यों से
व्यक्तित्व में
निखार, व्यवहार में
सुधार आता
है। उन्होंने
कहा कि
नैतिक मूल्यों
का ह्रास
व्यक्तिगत, सामाजिक, राष्ट्रीय समस्या
का मूल
कारण है।
समाज सुधार
के लिए
नैतिक मूल्य
जरूरी है।उन्होंने
कहा कि
नैतिक शिक्षा
की धारणा
से, आंतरिक सशक्तीकरण
से इच्छाओं
को कम
कर भौतिकवाद
की आंधी
से बचा
जा सकता
है। व्यक्ति
का आचरण
उसकी जुबान
से ज्यादा
तेज बोलता
है। लोग
जो कुछ
आंख से
देखते हैं।
उसी की
नकल करते
हैं।
उन्होंने
कहा कि
हमारे जीवन
में श्रेष्ठ
मू््ल्य है
तो दूसरे
उससे प्रमाणित
होते हैं।जीवन
में नैतिक
मूल्य होंगे
तो आदमी
लालच, हिंसा, झूठ, कपट का
विरोध करेगा
और समाज
में परिवर्तन
आएगा। उन्होंने
कहा नैतिकता
से मनोबल
कम होता
है। मूल्यों
की शिक्षा
से ही
हम जीवन
में विपरीत
परिस्थिति का
सामना कर
सकते हैं।
जब तक
हम अपने
जीवन में
मूल्यों और
प्राथमिकता का
निर्धारण नहीं
करेंगे, अपने लिए
आचार संहिता
नहीं बनाएंगे
तब तक
हम चुनौतियों
का मुकाबला
नहीं कर
सकते। भगवान
भाई ने
कहा की
चरित्र उत्थान
और आंतरिक
शक्तियों के
विकास के
लिए आचार
संहिता जरूरी
है। उन्होंनेे
अंत में
नैतिक मूल्यों
का स्रोत
आध्यमित्कता को
बताया। जब
तक आध्यात्मिकता
को नहीं
अपनाएंगे जीवन
में मूल्यों
की धारणा
संभव नहीं
है।
स्थानीय बी के आशा
बहन
ने ब्रह्माकुमारी
सस्था का
परिचय दिया
सह
प्रिंसिपल ---हरी गोपाल श्रेष्ठ ने सस्था
को धन्यवाद
दिया
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