खडगपुर (पश्चिम बंगाल) ----में साउथ साइड हाई स्कूल में नैतिक शिक्षा का महत्व पर कार्यक्रम
आयोजक –ब्रह्माकुमारीज खडगपुर (पश्चिम बंगाल)
मुख्य वक्ता --बी के भगवान् भाई माउंट आबू
विषय – जीवन में नैतिक शिक्षा का महत्व
प्रिंसिपल --डॉ सुधापाड़ा वासु
बी के अल्पना बहन प्रभारी तमलुक (पश्चिम बंगाल)
बी के मानसी बहन राजयोगी खड़गपुर (पश्चिम बंगाल)
बी के ममता सरकार माताजी खड़कपुर (पश्चिम बंगाल)
बी के पॉली माताजी खड़कपुर (पश्चिम बंगाल)
बी के तपस्वी भाई बी के दिलीप भाई
और सभी शिक्षक स्टाफ भी उपस्थित थे
कार्यक्रम के अंत में मेडिटेशन कराया
कार्यक्रम के अंत में राजयोग का अभ्यास कराया गया
भगवान भाई ने कहा कि गुणवान व्यक्ति देश की सम्पति हैं। उन्होंने कहा कि विद्यार्थियोंं के सर्वांगिण विकास के लिए भौतिक शिक्षा के साथ-साथ नैतिक शिक्षा की भी आवश्यकता हैँ। चरित्र निर्माण ही शिक्षा का मूल उद्देश्य होता हैं।
उन्होंने कहा कि भोतिक शिक्षा भौतिकता की ओर धकेल रही भौतिक शिक्षा की बजाय इंसान को नैतिक शिक्षा की आवश्यकता हैं।नैतिक शिक्षा से नैतिकता आएगी | उन्होंने कहा नैतिक मूल्यों की कमी ही समाज के हर समस्या का मूल कारण हैं।नैतिक मूल्यों से बच्चे के सुंदर चरित्र का निर्माण होता है |
नैतिक मूल्यों के विकास से बच्चे में समाजीकरण की भावना का विकास होता है | ज्ञान रूपी प्रकाश अथवा सत्य की ओर ले जाए,वहीं सच्चा ज्ञान हैं।
उन्होंने कहा कि जब तक हमारे व्यवहारिक जीवन में परोपकार,सेवाभाव,त्याग,उदारता,पवित्रता,सहनशीलता,नम्रता,धैर्यता,सत्यता,ईमानदारी, आदि सद्गुण नहीं आते। तब तक हमारी शिक्षा अधूरी हैं। उन्होंने कहा कि समाज अमूर्त होता हैं और प्रेम,सद्भावना,भातृत्व,नैतिकता एवं मानवीय सद्गुणों से सचालित होता हैं।
भगवान भाई ने कहा कि हमें अपने दृष्टिकोण को सकारात्मक बनाने के लिए ज्ञान की आवश्यकता हैं। दृष्टिकोण सकारात्मक रहने पर मनुष्य हर परिस्थिति में सुखी रह सकता हैं। उन्होंने व्यसनों से दूर रहने पर भी जोर दिया।
प्रिंसिपल --डॉ सुधापाड़ा वासु जी ने अपना उध्बोधन दिया बी के अल्पना बहन प्रभारी तमलुक (पश्चिम बंगाल) सस्था का परिचय दिया
बी के मानसी बहन राजयोगी खड़गपुर (पश्चिम बंगाल) उपस्थित थी
आयोजक –ब्रह्माकुमारीज खडगपुर (पश्चिम बंगाल)
मुख्य वक्ता --बी के भगवान् भाई माउंट आबू
विषय – जीवन में नैतिक शिक्षा का महत्व
प्रिंसिपल --डॉ सुधापाड़ा वासु
बी के अल्पना बहन प्रभारी तमलुक (पश्चिम बंगाल)
बी के मानसी बहन राजयोगी खड़गपुर (पश्चिम बंगाल)
बी के ममता सरकार माताजी खड़कपुर (पश्चिम बंगाल)
बी के पॉली माताजी खड़कपुर (पश्चिम बंगाल)
बी के तपस्वी भाई बी के दिलीप भाई
और सभी शिक्षक स्टाफ भी उपस्थित थे
कार्यक्रम के अंत में मेडिटेशन कराया
कार्यक्रम के अंत में राजयोग का अभ्यास कराया गया
भगवान भाई ने कहा कि गुणवान व्यक्ति देश की सम्पति हैं। उन्होंने कहा कि विद्यार्थियोंं के सर्वांगिण विकास के लिए भौतिक शिक्षा के साथ-साथ नैतिक शिक्षा की भी आवश्यकता हैँ। चरित्र निर्माण ही शिक्षा का मूल उद्देश्य होता हैं।
उन्होंने कहा कि भोतिक शिक्षा भौतिकता की ओर धकेल रही भौतिक शिक्षा की बजाय इंसान को नैतिक शिक्षा की आवश्यकता हैं।नैतिक शिक्षा से नैतिकता आएगी | उन्होंने कहा नैतिक मूल्यों की कमी ही समाज के हर समस्या का मूल कारण हैं।नैतिक मूल्यों से बच्चे के सुंदर चरित्र का निर्माण होता है |
नैतिक मूल्यों के विकास से बच्चे में समाजीकरण की भावना का विकास होता है | ज्ञान रूपी प्रकाश अथवा सत्य की ओर ले जाए,वहीं सच्चा ज्ञान हैं।
उन्होंने कहा कि जब तक हमारे व्यवहारिक जीवन में परोपकार,सेवाभाव,त्याग,उदारता,पवित्रता,सहनशीलता,नम्रता,धैर्यता,सत्यता,ईमानदारी, आदि सद्गुण नहीं आते। तब तक हमारी शिक्षा अधूरी हैं। उन्होंने कहा कि समाज अमूर्त होता हैं और प्रेम,सद्भावना,भातृत्व,नैतिकता एवं मानवीय सद्गुणों से सचालित होता हैं।
भगवान भाई ने कहा कि हमें अपने दृष्टिकोण को सकारात्मक बनाने के लिए ज्ञान की आवश्यकता हैं। दृष्टिकोण सकारात्मक रहने पर मनुष्य हर परिस्थिति में सुखी रह सकता हैं। उन्होंने व्यसनों से दूर रहने पर भी जोर दिया।
प्रिंसिपल --डॉ सुधापाड़ा वासु जी ने अपना उध्बोधन दिया बी के अल्पना बहन प्रभारी तमलुक (पश्चिम बंगाल) सस्था का परिचय दिया
बी के मानसी बहन राजयोगी खड़गपुर (पश्चिम बंगाल) उपस्थित थी
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