कुसंग,नशा,सिनेमा और क्रोध से मनुष्य बनता है अपराधी बनता:- भगवान भाई*
-जमुई मंडल कारा में कैदियों को इंसानियत का पढ़ाया पाठ
रिपोर्ट,मो.अंजुम आलम,जमुई (बिहार)
जमुई:-गुरुवार को जमुई मंडल कारा में बंद कैदियों को इंसानियत का पाठ पढ़ाने राजस्थान से राजयोगी ब्रह्माकुमार भगवान भाई पहुंचे।मौके पर उन्होंने कैदियों को बताया कि कोई भी व्यक्ति जन्मजात अपराधी नहीं होता जब वह इस संसार में आता है तो वह कहीं ना कहीं गलत संगत संग फंसता,अश्लील सिनेमा देखता नशा करता और क्रोध करता है तो वह अपराधी बन जाता है।
मालूम हो कि वे 800 कारागृह में नैतिकता का पाठ पढ़ा कर अपना नाम इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड में दर्ज कराए हैं।उन्होंने बताया कि अपराध मुक्त बनने हेतु स्वयं की गलतियों को महसूस करना जरूरी है,मैं जिस रास्ते पर जा रहा हूँ यह रास्ता गलत है।स्वयं की भूल कभी भी छिप नहीं सकती, मेरे किए हुए कर्मों का फल भी मुझे ही भोगना है तो फिर गलत कर्म करें क्यों। उन्होंने बताया कि कर्मों के आधार से ही संसार चलता है, कर्मों से संबंधी मिलते कर्मों से ही शरीर भी मिलता है,वास्तव में कर्म ही मनुष्य को अच्छा व बुरा बनाता है।कर्म ही व्यक्ति का मित्र व शत्रु है भगवान भाई ने बताया कि यह कारागृह नहीं बल्कि अपने आप को सुधार लाने हेतु सुधार गृह है इसी सुधार गृह में अपने गलतियों को महसूस कर भविष्य में ऐसी गलतियां ना हो यह प्रण लेना है। उन्होंने बताया कि हमें भगवान ने इस धरती पर क्यों भेजा था मैं यहां आकर क्या कर रहा हूं मुझे क्या करना चाहिए।मानव जीवन बहुत ही अनमोल होता है।
उसे व्यर्थ कर्म कर व्यर्थ नहीं गंवाना है उन्होंने कहा कि 1 सेकंड का क्रोध अनेक वर्षों तक पश्चाताप कराता है।इस अवसर पर जेल के जेलर सुप्रियन टोप्पो, ने भी ब्रह्मकुमारी की सेवाओं की सराहना किया और जीवन में बुरे को त्याग कर सच्चाई सफाई जीवन में अपनाने को कहा कार्यक्रम के अंत में राजयोग मेडिटेशन भी कराया तथा सभी को साहित्य दिए इस कार्यक्रम में बेगूसराय के बी के संजय भाई बीके प्रियंका बहन बीके सीता बहन उपस्थित थे।
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