आसनसोल : प्रजापति ब्रह्मकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय माउंट आबू से बीके भगवान भाई शुक्रवार को आसनसोल आए। उन्होंने आसनसोल जेल के कैदियों को जीवन में नैतिकता का पाठ पढ़ाया। उसके बाद बुधा स्थित दयानंद विद्यालय में विद्यार्थियों को जीवन में नैतिक शिक्षा का महत्व समझाते हुए उन्होंने कहा कि मन स्वस्थ रहने से ही तन स्वस्थ रहेगा। हर इंसान के लिए जीवन में नैतिकता जरूरी है। इसके बिना मनुष्य राक्षस के समान है। यह हमें दुर्गुणों से बचाकर सदगुण सिखाता है। शिक्षा का उद्देश्य ही दुर्गुण को मिटाना तथा सदगुण को बढ़ाना है। उन्होंने कहा कि नैतिकता की कमी के कारण ही समाज में अपराध बढ़ रहा है। जीवन में सहनशीलता बहुत जरूरी है। इसके साथ ही हमेशा मीठी वाणी का प्रयोग करना चाहिए। बच्चे ही समाज के भविष्य हैं। इसलिए उन्हें नैतिकता का पाठ पढ़ाना बहुत जरूरी है। इस मौके पर विवि के आसनसोल क्षेत्र की संचालिका बीके सुनीता बहन एवं अन्य उपस्थित थे। बीके भगवान भाई ने शाम को शरत मंच में भी वक्तव्य रखा।
ब्रह्माकुमार भगवान भाई ,ब्रह्माकुमारीज ,माउंट आबू राजस्थान (भारत) 5000 स्कूलों और 800 कारागृह (जेलों) में नैतिक मूल्यों का पाठ पढ़ाकर इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड में नाम दर्ज है
Saturday, March 22, 2014
प्रजापति ब्रह्मकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय माउंट आबू से बीके भगवान भाई
आसनसोल : प्रजापति ब्रह्मकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय माउंट आबू से बीके भगवान भाई शुक्रवार को आसनसोल आए। उन्होंने आसनसोल जेल के कैदियों को जीवन में नैतिकता का पाठ पढ़ाया। उसके बाद बुधा स्थित दयानंद विद्यालय में विद्यार्थियों को जीवन में नैतिक शिक्षा का महत्व समझाते हुए उन्होंने कहा कि मन स्वस्थ रहने से ही तन स्वस्थ रहेगा। हर इंसान के लिए जीवन में नैतिकता जरूरी है। इसके बिना मनुष्य राक्षस के समान है। यह हमें दुर्गुणों से बचाकर सदगुण सिखाता है। शिक्षा का उद्देश्य ही दुर्गुण को मिटाना तथा सदगुण को बढ़ाना है। उन्होंने कहा कि नैतिकता की कमी के कारण ही समाज में अपराध बढ़ रहा है। जीवन में सहनशीलता बहुत जरूरी है। इसके साथ ही हमेशा मीठी वाणी का प्रयोग करना चाहिए। बच्चे ही समाज के भविष्य हैं। इसलिए उन्हें नैतिकता का पाठ पढ़ाना बहुत जरूरी है। इस मौके पर विवि के आसनसोल क्षेत्र की संचालिका बीके सुनीता बहन एवं अन्य उपस्थित थे। बीके भगवान भाई ने शाम को शरत मंच में भी वक्तव्य रखा।
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