Pages

Saturday, November 2, 2013

राजयोग से मनोबल बढ़ता है: भगवान भाई












आधुनिक जीवन शैली तनाव पैदा कर रही है। तनाव का सीधा संबंध बीमारी से है। राजयोग में मेडिटेशन के अभ्यास द्वारा हम अपने मनोबल को मजबूत कर तनाव से मुक्त रह सकते हैं। प्रजापिता ब्रह्म कुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय माउंट आबू के राजयोगी ब्रह्मकुमार भगवान भाई ने बुधवार को स्थानीय ब्रह्म कुमारी राजयोग केंद्र पर जीवन में राजयोग का महत्व विषय पर विचार व्यक्त करते हुए कहे।

उन्होंने कहा कि तनाव से बचने के लिए जीवन शैली में बदलाव की आवश्यकता है। तनाव का कारण प्रत्येक व्यक्ति का अलग-अलग है। तनाव का मुख्य कारण मन में उठने वाले नकारात्मक विचार है। नकारात्मक विचारों से आपसी व्यवहार में कटुता आती है। नकारात्मक विचारों से घृणा, नफरत, वैर, विरोध, क्रोध आदि उत्पन्न होता है। नकारात्मक विचारों से दृष्टि और दृष्टिकोण और व्यवहार भी नकारात्मक बनता है जिससे मन में तनाव निर्माण होता है।

भगवान भाई ने कहा कि राजयोग के अभ्यास द्वारा मनोबल को मजबूत कर तनाव से मुक्ति पाई जा सकती है। तनाव के कारण मानसिक और शारीरिक अनेक बीमारियां होने की संभावना होती है। उन्होंने राजयोग को तनाव मुक्ति की संजीवनी बूटी कहते हुए उन्होंने कहा कि राजयोग का अभ्यास करने से आंतरिक शक्तियां जागृत होती हैं जिससे तनाव पर काबू पाया जा सकता है। स्थानीय ब्रह्म कुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय की मनीषा बहन ने ईश्वरीय महावाक्य सुनाते हुए कहा कि वर्तमान समय तनावपूर्ण परिस्थिति में सकारात्मक विचारों की आवश्यकता है। सत्संग के माध्यम से सकारात्मक विचार आते हैं।

No comments:

Post a Comment