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Thursday, November 28, 2013

इंद्रियों पर संयम से बढ़ा सकते हैं मनोबल

इंद्रियों पर संयम से बढ़ा सकते हैं मनोबल


इंद्रियों पर संयम से बढ़ा सकते हैं मनोबल
करनाल त्न राजयोगी ब्रह्मकुमार भगवान भाई ने कहा कि राजयोग के द्वारा हम अपनी इंद्रियों पर संयम रखकर अपने मनोबल को बढ़ा सकते हैं। आंतरिक शक्तियों और सद्गुणों को उभार कर जीवन में निखार ला सकते हैं। वे संत नगर स्थित नगर की स्थानीय शाखा में बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि राजयोग के अभ्यास द्वारा सहनशीलता, नम्रता, एकाग्रता, शांति व धैर्यता, अंतर्मुखता जैसे सद्गुणों का जीवन में विकास कर सकते हैं। राजयोग से मन की शांति भी संभव है। राजयोग के अभ्यास से इंद्रिय सुख की प्राप्ति होती है। जिन्होंने इंद्रिय सुख को प्राप्त कर लिया उन्हें इस संसार को वस्तु वैभव फीका लगने लगता है। राजयोग के अभ्यास से विपरीत परिस्तिथयों में भी सकारात्मक चिंतन द्वारा मन को एकाग्र किया जा सकता है। वर्तमान में तनाव के माहौल में मन को एकाग्र और शांत रखने के लिए राजयोग संजीवन बूटी की तरह काम आता है। स्थानीय राजयोग केंद्र से बीके लक्ष्मी बहन ने कहा कि परमपिता शिव परमात्मा सहज राजयोग और आध्यात्मिक ज्ञान द्वारा सृष्टि को फिर सतयुगी दैवी सृष्टि में परिवर्तन करने का कार्य कर रहे हैं।

श्रद्धालुओं को प्रवचन सुनाते ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय के भगवान भाई।

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