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Tuesday, January 30, 2018

पुणे (महाराष्ट्र ) ---केंद्रीय जेल में बंदिस्त कैदियों को पढ़ाया कर्मो की गुह्य गति का पाठ

सूचना ----
इस कार्यक्रम में जेलर ने फोटो के लिए  कैमरा जेल के अंदर लेने नहीं दिया कार्यक्रम के बाद जेलर अधीक्षक ओफ़ीस में ज्ञान चर्चा की  के गेट के बहार  सुरक्षा अधिकारी ने मुलाकात दी और ग्रुप फोटो लिया फोटो 
इस जेल में ५ साल से रोज ब्रह्माकुमारी की मुरली भी चलती है  
   + पुणे (महाराष्ट्र ) ---केंद्रीय  जेल में बंदिस्त कैदियों को पढ़ाया कर्मो की गुह्य गति का पाठ
आयोजक–स्थानीय ब्रह्माकुमारी सेवाकेंद्र येरवडा , प्रयागा बहन प्रभारी पुणे (महाराष्ट्र )
मुख्य वक्ता ---ब्रह्मकुमार भगवान् भाई माउंट आबू 
विषय-- कर्मो की गुह्य गति 
जेल अधीक्षिक --यू टी पवार 
 फोटो में श्री श्री गोंदवलेकर महाराज और उनके भक्त भी है  
 भगवान् भाई ने कहा की मनुष्य जैसा कर्म करता है वैसा उसका फल मिलता है कर्मो  से ही व्यक्ति महान बनता या कंगाल भी बनता  है। उन्होंने रामायण ग्रंथ को लिखकर अच्छा कर्म कर महानता हासिल की है। मनुष्य को बड़े कर्म का बड़ा फल मिलता है।
साथ ही व्यक्ति को अपने अंदर देखकर जीवन के उद्देश्य की पहचान करनी चाहिए। उन्होंने बताया कि जीवन की हर घटना के पीछे कुछ न कुछ कल्याण होता है। मनुष्य को अपना मन प्रभु चिंतन में लगाना चाहिए। व्यक्ति को हर घटना पर जो हुआ अच्छा हुआ, जो होगा वह भी अच्छा होगा और जो हो रहा ह,ै वह अच्छा हो रहा है जैसी सोच रखनी चाहिए।
जेल अधीक्षिक --यू टी पवार   ने कहा कि मनुष्य को कभी भी अपने उद्देश्य से भटकना नहीं चाहिए। जब तक मनुष्य अपने आप को नहीं पहचान सकता, तब तक वह भटकता रहता है। मनुष्य अपनी इंद्रियों को वश में करके ही सही मार्ग पर चल सकता है। जेल अधीक्षिक ने कहा क्रोध से  आंतरिक रूप से अकेला, बेसहारा, कमजोर, अपमान जनक महसूस करता है। साथ ही मनुष्य की शांति एकाग्रता भंग हो जाती है। स्थानीय ब्रह्माकुमारी सेवाकेंद्र येरवडा , प्रयागा बहन प्रभारी पुणे (महाराष्ट्र )    ने  कहा कि मनोबल बढ़ाने के लिए मनुष्य को मानसिक कसरत करना जरूरी है। जीवन में परिस्थिति आएगी लेकिन धैर्यता जरूरी है समस्या को शं करने से महान बनते है कार्यक्रम में  
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इस कार्यक्रम में जेलर ने फोटो के लिए  कैमरा जेल के अंदर लेने नहीं दिया 
इस जेल में ५ साल से रोज ब्रह्माकुमारी की मुरली भी चलती है आज सभी कैदी को 

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