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Saturday, November 25, 2017

रुड़की (उत्तराखंड )---स्थानीय आदर्शनगर ब्रह्माकुमारी गीतपाठशाला में राजयोग पर प्रोग्राम


रुड़की  (उत्तराखंड )---स्थानीय आदर्शनगर ब्रह्माकुमारी गीतपाठशाला में राजयोग पर प्रोग्राम 
आयोजक –स्थानीय ब्रह्माकुमारी  सेवाकेंद्र सहारनपुर (उत्तर प्रदेश )
आदर्श नगर गीतापाठशाला रुड़की 
मुख्य वक्ता ---ब्रह्मकुमार भगवान् भाई माउंट आबू 
विषय –- राजयोग का महत्व 
बी के लक्ष्मीचंद भाई  ईरिकेशन विभाग इजीनियर आदर्शनगर रुड़की 

 भगवान भाई ने बताया की राजयोग की विधि बताते हुआ कहा कि स्वंम को आत्मा निश्चय कर चाँद, सूर्य, तारांगण से पार रहनेवाले परमशक्ति परमात्मा को याद करना, मन-बुद्धि द्वारा उसे देखना, उनके गुणों का गुणगान करना ही राजयोग हैं । राजयोग के द्वारा हम परमात्मा के मिलन का अनुभव कर सकता हैं । उन्होनें कहा की राजयोग के अभ्यास द्वारा ही हम काम, क्रोध, लोभ, मोह, अहंकार, ईर्ष्या, घृणा, न कर राजयोग के अभ्यास से विपरीत परिस्थिति में भी सकारात्मक चिंतन के द्वारा मन को एकाग्र किया जा सकता है। उन्होनें कहा कि वर्तमान की तनावपूर्ण परिस्थितियों में मन को एकाग्र और शांत रखने के लिए राजयोग संजीवनी बूटी की तरह काम आता हैं । 
उन्होनें कहा की राजयोग द्वारा अपने कर्मेन्द्रियों पर संयम कर कर्म में कुशलता से सकारात्मक चिंतन, सकारात्मक वृति और दृष्टिकोण की उपलब्धि होती हैं जिससे हम ब्यर्थ से बच सकते हैं । भगवान भाई ने कहा की राजयोग के अभ्यास द्वारा तनाव मुक्त बन हम अनेक बीमारियों से स्वंम को बचा सकते हैं। मानसिक और शारीरिक बीमारियों से बचने का राजयोग एक कवच कुंडल हैं। उन्होनें कहा कि राजयोग के द्वारा मन को दिशा निर्देशन मिलती हैं जिससे मन का भटकना समाप्त हो जाता हैं। 

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