ब्रह्माकुमार भगवान भाई ,ब्रह्माकुमारीज ,माउंट आबू राजस्थान (भारत) 5000 स्कूलों और 800 कारागृह (जेलों) में नैतिक मूल्यों का पाठ पढ़ाकर इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड में नाम दर्ज है
Wednesday, August 29, 2018
Sunday, August 26, 2018
Saturday, August 25, 2018
Friday, August 24, 2018
Wednesday, August 22, 2018
Tuesday, August 21, 2018
Saturday, August 4, 2018
दिल्ली लक्ष्मीनगर, नैतिक शिक्षा, पुर्वी दिल्ली स्कूल ,BRAHMAKUMARI LAXMI NAGAR,
माउंट आबू से आये हुए बी के भगवान् भाई ने कहा बच्चो के विकास के लिए भौतिक शिक्षा के साथ नैतिक शिक्षा भी जरूरी है। हर मनुष्य को जीवन मूल्यों की रक्षा करना चाहिए। इन मूल्यों की रक्षा करने वाला अमर बन जाता है।
उन्होंने कहा कि छात्र-छात्राओं के लिए जितना जरूरी किताबी ज्ञान है, उतना ही जरूरी नैतिक मूल्यों को जीवन में धारण करने की प्रेरणा देना है। नैतिक मूल्यों की कमी व्यक्तिगत, सामाजिक, पारिवारिक, राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय सर्व समस्याओं का मूल कारण है। अत: शैक्षणिक संस्थाओं में पढ़ाई के साथ ब'चों का मूल्यांकन, आचरण, अनुसरण, व्यावहारिक ज्ञान, लेखन एवं अन्य बातों की तरफ प्रेरणा देने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि जो शिक्षा ब'चों को अंधकार से प्रकाश की ओर, असत्य से सत्य की ओर, बंधनों से मुक्ति की ओर ले जाए वही वास्तविक शिक्षा है। अपराध मुक्त समाज की स्थापना के लिए मानवीय मूल्यों, नैतिक मूल्यों, नैतिक शिक्षा एवं आध्यात्मिक शिक्षा के द्वारा वर्तमान के युवाओं को सशक्त व संस्कारित करना जरूरी है। आज का युवा कल का भावी समाज है। वर्तमान का सशक्त युवा भविष्य के समाज को सशक्त बना सकता है। वर्तमान समय कुसंग, सिनेमा, व्यसन और फैशन से युवा पीढ़ी भटक रही है। आध्यात्मिक ज्ञान और नैतिक शिक्षा के द्वारा युवा पीढ़ी को नई दिशा मिल सकती है। उन्होंने बताया कि सिनेमा, इन्टरनेट व टीवी के माध्यम से युवा पीढ़ी को बचाने की आवश्यकता है। युवा पीढ़ी को कुछ रचनात्मक कार्य सिखाएं तब उनकी शक्ति सही उपयोग में ला सकेंगे।
बी के हेमा बहन ने ब्रह्माकुमारी सस्था का परिचय दिया
प्राचार्य --- रितु चतुर्वेदी जी ने भी अपना उद्बोधन भी दिया कहा की वर्तमान में हर स्कूल में नैतिक मूल्य पढ़ने की आवश्यकता है जिससे ही समाज में सुधार आएगा
अंत में मेडिटेशन भी किया
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Thursday, August 2, 2018
स्वस्थ , सुखी और संपन्न जीवन हेतु तनाव मुक्त जीवन विषय पर कार्यकरम
सीतापूर (उत्तर प्रदेश )---अग्रसेन
महाराज अतिथि भवन में स्वस्थ , सुखी और संपन्न जीवन हेतु तनाव मुक्त जीवन विषय पर
कार्यकरम
आयोजक–स्थानीय
ब्रह्माकुमारी सेवाकेंद्र सीतापूर (उत्तर प्रदेश )
अतिथि –
बिझनेसमेन ---नीरज जैन
फर्मलिस्ट ----
रामतीर्थ
चिकित्सक अधिकारी ---अनिल यादव
मुख्य वक्ता ---ब्रह्माकुमार
भगवान् भाई माउंट आबू
विषय-- नैतिक शिक्षा का महत्व
बी के योगेश्वरी बहन प्रभारी स्थानीय ब्रह्माकुमारी सीतापूर (उत्तर प्रदेश )
मंच संचालन बी के द्रगपाल
भाई ने किया
कार्यक्रम के अंत में राजयोग
मेडिटेशन कराया
कार्यक्रम की शुरवात दीप प्रज्वलन से की गयी
मिनी बहन ने सवागत न्रत्य किया
बी के रश्मी बहन ने गुलदस्ते और बैच से स्वागत किया
इस अवसर पर बी के भगवान् भाई ने कहा कि मन में चलने वाले लगातार नकारात्मक विचार वर्तमान में अनेक समस्याओं का कारण बनते है। मन के नकारात्मक विचारों से ही तनाव उत्पन्न होता है। तनाव से मुक्ति के लिए सकारात्मक विचारों की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि सकारात्मक रहने से हर समस्या का समाधान निकलता है। बुराई में भी अच्छाई देखने का प्रयास करने से मन पर काबू पाया जा सकता है। उन्होंने बताया कि मन में चलने वाले विचारों से ही स्मृति, वृत्ति,
भावना,
दृष्टिकोण और व्यवहार बनता है। अगर मन के विचार नकारात्मक होंगे तो स्मृति,
दृष्टि,
वृत्ति,
भावना,
व्यवहार भी नकारात्मक बनता है। ऐसा होने से मन में तनाव पैदा होता है। मन के विचार ही वास्तव में बीज है। भगवान भाई ने सकारात्मक विचारों को तनाव मुक्ति की संजीवनी बूटी बताया। उन्होंने बताया कि स्वयं की रक्षा करने वाला ही देश की रक्षा कर सकता है। सकारात्मक विचारों का स्त्रोत आध्यात्मिकता है। उन्होंने बताया वर्तमान समय स्वयं को सकारात्मक बनाने की आवश्यकता है। सकारात्मक सोचने वाला हर परिस्थिति को स्वीकार कर विजयी बन सकता है। स्थानीय राजयोग सेवा केन्द्र की संचालिका प्रेमलता ने कहा राजयोग के नित्य अभ्यास से ही हमारा मनोबल और आत्मबल बढ़ता है।
बिझनेसमेन ---नीरज जैन ने कहा कि वर्तमान की परिवेश में हर एक को किसी न किसी बात का तनाव जरूर होता है। उन्होंने ब्रह्माकुमारीज द्वारा बताई गई बातों को अमल में लाकर तनाव से मुक्त रहने की प्रेरणा दी। उन्होंने कहा कि अपनी सकारात्मक सोच बनाकर जीवन को सफलता दिलाते है। इसीलिए अपने सोच को सदा सकारात्मक रखें। भगवान भाई ने मनोबल,
आत्मबल बढ़ाने के लिए राज योग भी कराया
बी के योगेश्वरी बहन ने ॐ कि ध्वनी कराइ और ॐ ध्वनी का महत्व भी बताया उन्होंने
ने बताया हम कोन
,परमात्मा कोन राजयोग का महत्व भी बताया
फर्मलिस्ट ----
रामतीर्थ जी
ने ईश्वरीय कार्य में सहयोगी बनने की बात कही
बी के द्र्गपाल भाई ने सस्था का परिचय दिया
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